भाज्य संख्या की परिभाषा, उदाहरण व महत्वपूर्ण तथ्य – Bhajya Sankhya

नमस्कार दोस्तों Top Kro में आपका स्वागत है। गणित में संख्याओं का महत्व प्रश्नों को हल करने के लिए सर्वाधिक होता है। आज हम जानेंगे की भाज्य संख्या किसे कहते हैं ? ( what is composite number in hindi ) तथा भाज्य संख्या से सम्बंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नो के उत्तर को जानेंगे, जैसे – Bhajya Sankhya kise kahate hain?, भाज्य संख्या की परिभाषा तथा उदाहरण, भाज्य संख्या 1 से 100 तक इत्यादि।

भाज्य संख्या की परिभाषा – Composite Number Definition In Hindi

वो सभी धनात्मक पूर्णांक संख्याएँ जो 1 और स्वयं के अलावा किसी अन्य संख्या से भी विभाजित होती है उसे भाज्य संख्या कहते है। 

आप भाज्य संख्या को इस प्रकार से समझ सकते है की वो सभी प्राकृत संख्याएँ जो खुद और एक के अलावा अन्य किसी संख्या से भी पूरा-पूरा भाग हो जाती है उसे हम भाज्य संख्या (composite number) कहते है।

Bhajya-sankhya
Bhajya-sankhya

दूसरे शब्दों में, Bhajya Sankhya ऐसी संख्याएँ होती है जिनके दो से अधिक गुणनखंड होते हैं। अर्थात, किसी संख्या का गुणनखंड 1 और स्वयं के अतिरिक्त भी कोई हो, उसे भाज्य संख्या के रूप परिभाषित किया जाता है। जैसे; 2 का गुणनखंड 1 और 2 है इसलिए 2 एक अभाज्य संख्या है जबकि 4 का गुणनखंड 1, 2 और 4 है इसलिए, 4 एक भाज्य संख्या है।

भाज्य संख्या कैसे ज्ञात करे – How To Find Composite Number

कोई संख्या भाज्य है या नहीं यह जानने के लिए आप उस संख्या को अन्य संख्याओं से भाग देकर देख सकते है। यदि वह संख्या खुद ओर एक के अलावा किसी अन्य संख्या से भाग हो जाती है तो वह एक भाज्य संख्या है।

भाज्य संख्या का उदाहरण:- 4, 6, 8, 9, 10, 12, 14, 15, 16, 18, 20, 21.. आदि भाज्य संख्या के कुछ उदाहरण है। 

भाज्य संख्या के प्रकार – Bhajya Sankhya Ke Prakar

भाज्य संख्याओं को सम और विषम संख्याओं के आधार पर दो भागो में बांटा गया है।

  1. सम भाज्य संख्या (Even composite number)
  2. विषम भाज्य संख्या (Odd composite number)

अब चलिए एक-एक कर भाज्य संख्या के दोनों प्रकारों को विस्तार से जानते हैं। 

सम भाज्य संख्या – Even composite number

वैसी संख्याएँ जो 2 से पूरी-पूरी भाग हो जाए उन्हें सम भाज्य संख्या कहा जाता है। अर्थात वैसी धनात्मक भाज्य संख्याएँ सम भाज्य संख्या कहलाती है जो दो से पूरी तरह से विभाजित हो जाए।

जैसे- 4, 8, 12, 14, 16, 18 आदि संख्याएँ सम भाज्य संख्या के उदाहरण है।

4 = 2 × 2

6 = 2 × 3

8 = 2 × 2 × 2

10 = 2 × 5

12 = 2 × 2 × 3

इन संख्याओं को सम संख्या 2 से पूर्णतः विभाजित किया जा सकता है। इसलिए ये सभी सम भाज्य संख्याएं है।

विषम भाज्य संख्या – Odd composite number

वैसी संख्याएँ जो भाज्य तो हैं लेकिन 2 से भाग नहीं होती उन्हें विषम भाज्य संख्या कहा जाता है।

जैसे- 9, 15, 21, 25 आदि संख्याएँ विषम भाज्य संख्या के उदाहरण है। ये संख्याएं भाज्य तो है लेकिन 2 से भाग नहीं होती।

9 = 3 × 3

15 = 3 × 5

21 = 3 × 7

25 = 5 × 5

विषम-भाज्य संख्याओं के गुणांक, भाजक या गुणनखंड विषम संख्याओं के रूप में होते हैं। इसलिए ये सभी विषम अभाज्य संख्याएं है।

भाज्य संख्या 1 से 100 तक – Bhajya Sankhya 1 To 100

एक से सौ तक बीच कुल 74 भाज्य संख्याएँ है। जिसका अध्ययन आप एक बार कर सकते है। bhajya sankhya 1 to 100 की list नीचे दी गई है-

4689101214151618
20212224252627283032
33343536383940424445
46484950515254555657
58606263646566686970
72747576777880818284
85868788909192939495
969899100
Bhajya Sankhya 1 To 100

संयुक्त संख्या किसे कहते है ?

भाज्य संख्या का ही एक दूसरा नाम संयुक्त संख्या (sanyukt sankhya) है। अतः सभी भाज्य सँख्याएँ संयुक्त संख्याएं होती है।  

जैसे- 4, 6, 8, 9, 10, 12, 14, 15 आदि संयुक्त संख्या की उदाहरण है। 

भाज्य संख्याओं के गुण – Properties of Composite Number In Hindi

  • Bhajya Sankhya केवल धनात्मक संख्या होती है।
  • भाज्य संख्या, धनात्मक पूर्णांक, पूर्ण, प्राकृत संख्या आदि हो सकती है।
  • दो से अधिक गुणनखंड वाले संख्या को ही भाज्य संख्या के रूप में परिभाषित किया जा सकता है।
  • भाज्य संख्या विषम और सम हो सकती है।
  • कोई भी धनात्मक पूर्णांक संख्या भाज्य या अभाज्य संख्या होती है क्योंकि ये दोनों एक दुसरें के पूरक होती है।
  • 2 भाज्य संख्या नही है।
  • सबसे छोटी Bhajya Sankhya 4 होती है।
  • सबसे छोटी विषम भाज्य संख्या 9 है।

FAQ About Composite Number In Hindi

Q: क्या शून्य एक भाज्य संख्या है?

उत्तर: नहीं, क्योंकि शून्य एक ऐसी संख्या है जिसका कोई भी गुणनखंड नहीं हैं। शून्य न एक भाज्य संख्या है और न ही अभाज्य।  

Q: क्या एक (1) भाज्य संख्या है या अभाज्य?

उत्तर: नहीं, क्योंकि 1 केवल स्वयं से विभाजित होती है। एक न भाज्य संख्या है और न ही अभाज्य। 

Q: प्रथम पांच (5) भाज्य संख्या कौन सी हैं?

उत्तर: 4, 6, 8, 9, 10 ये प्रथम पांच भाज्य संख्याएँ है। 

Q: bhajya sankhya ko english mein kya kahate hain?

उत्तर: Bhajya Sankhya को इंग्लिश में Composite number ( कम्पोजिट नंबर ) कहते हैं।

Q: क्या 2 एक भाज्य संख्या है?

उत्तर: नहीं, दो एक अभाज्य संख्या है। क्योंकि इसके सिर्फ दो गुणनखंड है।

Q: क्या सभी सम संख्या भाज्य संख्या होती हैं?

उत्तर: नहीं सभी सम संख्याएं Bhajya Sankhya नहीं होती। 2 को छोड़कर बाकी सभी सम संख्याएं भाज्य संख्या होती है। 2 ही एक ऐसी संख्या है जो सम भी है और अभाज्य भी।

Q: क्या 9 एक भाज्य संख्या है ?

उत्तर: हाँ, क्योंकि 9 के दो से अधिक गुणनखंड है। 

Q: 17 एक भाज्य संख्या है या अभाज्य?

उत्तर: 17 एक अभाज्य संख्या है क्योंकि इसके केवल दो गुणनखंड है 1 और 17।

Q: सबसे बड़ी भाज्य संख्या कौनसी है?

उत्तर: सबसे बड़ी भाज्य संख्या ज्ञात कर पाना सम्भव नहीं है।

Q: सबसे छोटी भाज्य संख्या कौनसी है?

उत्तर: चार (4) सबसे छोटी Bhajya Sankhya है। 

Q: सबसे छोटी विषम भाज्य संख्या कौनसी है?

उत्तर: सबसे छोटी विषम भाज्य संख्या 9 है।

Q: भाज्य संख्या को किन-किन नामों से जाना जाता है ?

उत्तर: भाज्य संख्या को भाज्य संख्या के अलावा संयुक्त संख्या और English में Composite Number के नाम से भी जाना जाता है। 

Q: 1 से 100 तक कितनी भाज्य संख्या होती है?

उत्तर: 1 से 100 तक कुल 74 भाज्य संख्याएं है।

Q: 1 से 10 के कितनी भाज्य संख्याएँ हैं?

उत्तर: 4, 6, 8, 9, 10 आदि संख्याएँ 1 से 10 के बीच की भाज्य संख्याएँ हैं। अंत 1 से 10 तक 5 भाज्य संख्याएं है।

मुझे पूरी उम्मीद है की bhajya sankhya से सम्बंधित हमारी यह पोस्ट आपको काफी पसंद आई होगी तथा आप जान गए होंगे bhajya sankhya kise kahate hain। यदि हमारा यह आर्टिकल आपको पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ अवश्य share करे। 
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