आज के लेख में मैं आप सभी को गाय पर निबंध (Cow Essay in Hindi) के बारे में हर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने वाला हूं। इसलिए अगर आप भी Essay on cow in Hindi, gay par nibandh से संबंधित हर महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो इस लेख को पूरा जरूर पढ़ें।
गाय पर निबंध – Cow Essay 100 Words
कई सारे उपयोगी पशु में से एक सबसे महत्वपूर्ण और सबसे अधिक उपयोगी पशु है गाय। गाय को हमारे देश में मां का दर्जा दिया गया है और यही वजह है कि गाय को गौ माता कहा जाता है। गाय एक बड़ा शरीर वाला पालतू जानवर है, जिसे हमारे देश के हर गांव में पाला जाता है।
विश्व भर में कई अलग अलग नस्लों में पाया जाता है गाय और इससे दूध प्राप्त किए जाते है। गाय से प्राप्त होने वाली दूध बच्चे, बूढ़े, जवान, पुरुष, महिला इत्यादि सभी के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है। गौ माता के दो कान, दो आंखें, चार पैर, दो सिंग और एक लंबी सी पूंछ भी होती है। यह दिखने में काफी मासूम और खूबसूरत जानवर होता है।
गाय पर निबंध इन हिंदी 200 शब्दों में –
हमारे देश भारत में गाय का महत्व काफी ज्यादा है। गाय हमारे देश में सबसे पवित्र पशु मानी जाती है और यही वजह है कि यहां गाय माता का भी पूजा किया जाता है। हमारे हिंदू धर्म में गाय को मां का दर्जा दिया गया है। वर्तमान समय में अधिकतर क्षेत्रों में गाय का गोबर सबसे बेहतर उर्वरक साबित हुआ है और यही वजह है कि हर क्षेत्रों के किसान अपने खेतों के बेहतर फसलों के लिए गाय के गोबर के उर्वरक का ही इस्तेमाल करते है।
इसके साथ ही आज भी गांव जैसे क्षेत्रों में किसी भी शुभ कार्य से पहले पूरे घर को गाय के गोबर से नीपा जाता है ताकि सब कुछ शुभ हो। हिंदू धर्म के लगभग परिवारों के घर में गाय पाला जाता है और सभी लोग दिन में दो से तीन बार गाय के दूध प्राप्त करते है। हिंदू धर्म में कई सारे पर्व त्यौहार ऐसे है जिसमें भगवान को गाय का दूध अर्पण किया जाता है। साथ ही भगवान के अभिषेक के लिए भी गाय के शुद्ध दूध का ही इस्तेमाल पंडित जी करते है।
गाय पर निबंध इन हिंदी 500 वर्ड्स –
हमारे देश में तकरीबन 30 नस्लें गाय की पाई जाती है। सभी गाय के रंग एक जैसे नहीं होते है बल्कि कुछ गाय काली तो कुछ सफेद, लाल, चितकबरी, बादामी रंग की भी पाई जाती है। साथ ही कुछ गाय काफी ज्यादा दूध देती है तो कुछ नस्ल की गाय काफी कम दूध देती है।
गाय से क्या क्या लाभ प्राप्त होते है ?
गाय एक पालतू जानवर है इसलिए इसे हमारे देश के लगभग सभी हिंदू परिवारों द्वारा पाला जाता है और दिन में दो टाइम इसका दूध निकाला जाता है एक सुबह और एक शाम। सुबह के समय में या दिन में किसी भी समय एक गाय से 5 से 10 लीटर दूध प्राप्त किया जा सकता है या फिर दूध कम निकलता है या अधिक ये गाय की नस्ल पर निर्भर करती है। क्योंकि कुछ नस्ल की गाय एक समय में 10 लीटर से भी अधिक दूध देती है, तो कुछ नस्ल की गाय एक समय में काफी कम दूध देती है।
गाय के दूध का सबसे बड़ा लाभ मरीजों और बच्चों को होता है। डॉक्टर भी छोटे बच्चों को एवं बीमार व्यक्ति को गाय के दूध का सेवन करने की सलाह देते है। गाय के दूध से दिमाग का याददाशत और दिमाग तेज होता है। गाय के दूध से पनीर, घी, दही और मक्खन भी प्राप्त किया जाता है जो कि काफी लाभकारी सिद्ध हो सकता है।
गाय का धार्मिक महत्व क्या क्या है ?
हमारे देश में गाय को मुख्य रूप से देवी के रूप में पूजा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, गाय के बड़े से शरीर में कुल 33 देवी देवताओं का वास है। यही वजह है कि हमारे हिंदू पर्व दिवाली के कल होके गोवर्धन पूजा काफी धूम धाम से मनाया जाता है और इस दिन न केवल गाय की पूजा बल्कि गाय का श्रृंगार मोर पंख इत्यादि से किया जाता है।
भगवान श्री कृष्ण का प्रेम गाय के प्रति कितना अधिक था ये आज के समय में बच्चा बच्चा भी जानता है। इसी लिए तो उस समय और आज भी कई जगहों पर गाय को गोपाल भी कहा जाता है। हिंदू धर्म में सबसे बड़ा दान गौ दान को माना जाता है और ऐसी मान्यता है कि जो भी व्यक्ति अपने जीते जिंदगी गाय दान करता है, तो उसे सीधे मोक्ष की प्राप्ति होती है।
उपयोगिता –
गाय का दूध बच्चे बड़े एवं बूढ़े हर उम्र के व्यक्ति के लिए काफी फायदेमंद साबित होती है। ज्यादातर इसे छोटे बच्चे और बीमार व्यक्तियों के लिए उपयोगी माना जाता है। इसके साथ ही दूध से हमें और भी कई अन्य सामग्री प्राप्त होते है। जैसे कि :- दही, पनीर, मक्खन और घी। गाय के घी और मूत्र का इस्तेमाल कई सारे विभिन्न दवा इत्यादि के निर्माण में भी किया जाता है।
गाय न सिर्फ अपने जीवित होने पर अनेकों लाभ देती है बल्कि गाय के मृत्यु के बाद भी काफी उपयोगी साबित होती है। जी हां गाय के देहांत के बाद उसके चमरे, हड्डियों और सिंग के साथ ही इसके सभी अंगों को भी उपयोग में लाया जाता है।