योगा पर निबंध – Essay On Yoga In Hindi

नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका एक और महत्वपूर्ण लेख में। आज की पोस्ट में हम बात करेंगे yoga essay in hindi के बारे में। जो सभी विद्यार्थियों के लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाला है। इस लेख में आपको योग के महत्व के बारे में जानकारी मिलेगी।

इस पोस्ट में आपको Yoga पर काफी निबंध दिए गए हैं जैसे 100 शब्दों में योगा पर निबंध ,योगा पर निबंध 300 शब्दों में, योगा एस्से इन हिंदी 500 शब्दों में तथा योगा पर 10 लाइन इत्यादि। इसलिए आपसे अनुरोध करेंगे कि आर्टिकल को आखिर तक पढ़े ताकि आपको पूर्ण जानकारी मिल सके।

योगा पर निबंध 100 शब्दों में – Yoga par nibandh


आज की भीड़ भाड़ जिंदगी में अगर आपको अपने आप को स्वस्थ और तंदुरुस्त रखना है तो आप को नियमित रूप से योगा का अभ्यास करना होगा योगा के द्वारा आपका शारीरिक और मानसिक विकास तेजी के साथ होता है और साथ में आप गंभीर बीमारियों बचे रहते हैं I

योगा प्राचीन भारत का सरोवर है और भारत में योगा के शुरू करने का सूत्रपात महर्षि पंतजलि को मान जाता है I Yoga का मतलब है कि अपने आप को जोड़ना के द्वारा आप अपना शरीर और मस्तिष्क दोनों के बीच में संबंध स्थापित करते हैं ताकि दोनों का संचालन अच्छी तरह से हो पाए I

21 जून को पूरे विश्व में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है I योग निम्नलिखित प्रकार के होते हैं जैसे- कर्म योग भक्ति योग हठयोग राजयोग योग के विभिन्न आसन और प्राणायाम से आपका शरीर मजबूत और लचीला बनता है I

योगा पर निबंध 300 शब्दों में – Essay on yoga in hindi


योगा का इतिहास भारत में 5000 साल पुराना है योगा के द्वारा आप अपने आपको कई प्रकार के जटिल बीमारियों से बचा पाएंगे योगासन करने वाले लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है योगा करने वाला व्यक्ति चिंता क्रोध मानसिक विकारों का सामना नहीं करना पड़ेगा आज पूरी दुनिया योगा को अपने देश में प्रसारित कर रही है।

जिसके लिए कई प्रकार के Yoga के संस्थान खोले जा रहे हैं जहां पर लोगों को योगा करने के बारे में ट्रेनिंग दी जाएगी वैज्ञानिक रिसर्च में इस बात का पता लगाया गया है कि योगा करने से अनेक प्रकार के फायदे होते हैं लेकिन फिर भी कई आई थी बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियां है जो नहीं चाहती हैं कि लोग योग के तरफ आकर्षित हो क्योंकि अगर ऐसा होता है तो उनकी दवाइयां कौन खरीदेगा I

एक सर्वे के मुताबिक प्रतिदिन 2 अरब से अधिक लोग योगा का नियमित अभ्यास करते हैं I अगर आप अपने जीवन में मानसिक बीमारियों से बहुत ज्यादा परेशान है तो योगा का नियमित रूप से अभ्यास करेंगे तो आपको मानसिक बीमारियों से कुछ दिनों के अंदर ही मुक्ति मिल जाएगी रात का तन मन दोनों स्वस्थ हो जाएगा I


जैसा कि आप जानते हैं कि विगत वर्षों से दुनिया कोरोना महामारी जैसे प्रकोप का सामना कर रही है ऐसे में जो लोग योगा करने भी अभ्यास करते थे उनके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी मजबूत थी जिसके कारण उन्हें कोरोना जैसी बीमारी होने का खतरा ना के बराबर हो गया इसके अलावा अगर आप मानसिक रूप से काफी बीमार हैं तो आपको योगा जरूर करना चाहिए क्योंकि योगा के द्वारा आप मानसिक बीमारी से छुटकारा पा सकते हैं I


हालांकि योग ने आज से 10 वर्ष पहले अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कर ली है। आज से जिस प्रकार दुनिया तेजी के साथ तरक्की कर रही है वैसे मैं अधिकांश काम मशीनों के द्वारा ही किए जा रहे हैं जिसके कारण मनुष्य को बहुत ही कम परिश्रम करना पड़ रहा है और ऐसे में अगर आप परिश्रम बहुत से काम करते हैं तो आपको गंभीर बीमारी होने का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाएगा। इसलिए अगर आप योगा करेंगे तो आपको अधिक परिश्रम करना पड़ेगा इससे आप तंदुरुस्त और स्वस्थ रहेंगे।


योगा पर निबंध 500 शब्दों में – Yoga essay in hindi


योग की उत्पत्ति कैसे हुई?

योगा की उत्पत्ति भारत में हजारों साल पहले हुआ था और ऐसा कहा जाता है कि योग के प्रथम गुरु भगवान महादेव थे जिन्होंने हजारों साल पहले हिमालय में कंटिसारोकर झील के तट पर आदियोगी ने अपने ज्ञान को महान साथ ऋषि-मुनियों के साथ साझा किया और इस दुनिया में योग के इस ज्ञान को पूरे भारत में विस्तारित किया क्योंकि इतने ज्ञान को एक व्यक्ति के अंदर रखना संभव नहीं था। इसके बाद ऋषि-मुनियों ने शक्तिशाली योग को जिसमें एशिया, उत्तरी अफ्रीका, मध्य पूर्व और दक्षिण अमेरिका जैसे देश सम्मिलित हैं इसलिए हम कह सकते हैं कि भारत को योग का देश कहा जाता है।

सिंधु-सरस्वती सभ्यता की खुदाई में योग होने के अवशेष प्रमाण मिले हैं जो इस बात को साबित करते हैं कि भारत में योग का इतिहास काफी प्राचीन और पुराना है I इसके अलावा योग्य सिंधु घाटी सभ्यता, बौद्ध और जैन धर्म ग्रंथों में भी योगा का विवरण दिया गया है सूर्य को वैदिक काल के दौरान सर्वोच्च महत्व दिया गया था जिसके बाद ही सूर्य नमस्कार का आविष्कार हुआ।

महर्षि पतंजलि को आधुनिक योग के पिता के रूप में जाना जाता है। इसका प्रमुख कारण है कि जैसा कि आप जानते हैं कि युवा इस काफी जटिल प्रक्रिया है और इसे समझाना लोगों को काफी मुश्किल हो रहा था ऐसे में इसे सरल बनाने के लिए उन्होंने इसे प्रणाली में आत्मसात कर दिया। सभी पहलुओं को एक निश्चित प्रारूप में शामिल किया जिसे योग सूत्र कहते हैं।

अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस कब मनाया जाता है?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयास के बाद भी 21 जून को पूरे विश्व भर में योगा को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है योगा के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के प्राणायाम और कपाल-भाति जैसी योग क्रियाएं शामिल हैं, जो सबसे ज्यादा प्रभावी सांस की क्रियाएं हैं। इसके नियमित अभ्यास से आपको किसी प्रकार का भी स्वास्थ्य संबंधित अगर कोई समस्या है तो उसका निवारण आपका हो जाएगा।

इसके अलावा अगर उच्च रक्तचाप है या आपको सांस लेने में दिक्कत आ रही है आप अगर नियमित रूप से Yoga करेंगे तो कुछ दिनों के अंदर ही आपको इसका प्रभावी परिणाम दिखाई देगा ऐसा माना जाता है कि किसी भी बीमारी को अगर आपको समाप्त करना है तो आप योगा को अपने जीवन में आत्मसात कर ले यकीन मानिए आपको कोई भी गंभीर बीमारी हो उसका निपटारा इसके माध्यम से संभव है।

इस बात की पुष्टि बड़े-बड़े योगा के गुरुओं के द्वारा की गई है इसके अलावा जो व्यक्ति योगा करते हैं उन्हें कभी भी जीवन में कोई भी गंभीर बीमारी होने की जो संभावना है वरना के बराबर हो जाती है।


Yoga करने के क्या फायदे है?


योगा करने के निम्नलिखित प्रकार के आपको फायदे प्राप्त होंगे जिसका विवरण हम आपको नीचे बिंदु अनुसार देंगे आइए जानते हैं-

  1. तन और मन स्वास्थ्य रहता है

योगा योगा का नियमित रूप से अभ्यास करते हैं वह हमेशा तन और मन से स्वस्थ रहते हैं उन्हें किसी प्रकार की गंभीर बीमारी नहीं होती है इसके अलावा आपका मानसिक और शारीरिक विकास भी काफी तेजी के साथ होगा और आप अपने आपको हमेशा तरोताजा और ऊर्जावान महसूस करेंगे।


2. तनाव से छुटकारा


आप अगर तनाव से ग्रसित है तो आपको योगा का नियमित अभ्यास करना चाहिए क्योंकि तनाव को दूर करने में योगा एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

3. अच्छी नींद


अगर आपको नींद नहीं आती है रातों को तो योगा का अगर आपने अभी तक जांच करेंगे तो आपको रातों को अच्छी नींद आएगी।

4. शरीर फिट रहता है

अगर आप नियमित रूप से योगा करते हैं तो आप अपने शरीर को तंदुरुस्त और लचीला बना सकते हैं के अलावा अगर आप मोटापा जैसी बीमारी से पीड़ित हैं तो आप योगा करते हैं तो कुछ महीनों के अंदर ही आपको मोटापा की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा I

5. आलस्य दूर होता है

अगर आप अपने आपको काफी आलस महसूस करते हैं और काम करने में आपका मन नहीं लगता है तो आप इसके लिए योगा का अभ्यास करें इसका फायदा यह होगा कि आपको जो आलस की समस्या है उससे छुटकारा पाने में आपको मदद मिलेगी जिससे आप अपने आपको तरोताजा और ऊर्जावान महसूस करेंगे।

6. पाचन तंत्र सही रहता है


अगर आप का पाचन तंत्र कमजोर है तो आपको निमित्य उसे योगा करना चाहिए इससे आपका पाचन तंत्र मजबूत होगा और आपको पेट संबंधित गंभीर बीमारी नहीं होगा।

7. बुढ़ापा जल्दी नहीं आता

अपने जीवन में अगर नियमित रूप से योगा करेंगे तो आपको बुढ़ापा जल्दी नहीं आएगा इसके अलावा आपका शारीरिक फिट और तंदुरुस्त रहेगा।

8. एकाग्रता बढ़ती है

योग करने से व्यक्ति का ध्यान हमेशा केंद्रित रहता है। जब व्यक्ति योग को अपने जीवन में अपनाता है, तो उसकी एकाग्रता में वृद्धि होती है।

योगा पर 10 पंक्तियां – 10 Lines on yoga in hindi

  1. छह हजार साल पहले भारत में योगा उत्पन्न हुई थी।
  2. स्वस्थ और मजबूत / सक्रिय जीवन जीने के लिए आपको योगा का नियमित अभ्यास करना होगा।
  3. योग का अभ्यास बच्चे बूढ़े सभी लोग कर सकते हैं।
  4. दैनिक दिनचर्या में अगर आप योगा का नियमित अभ्यास करते हैं तो आपको गंभीर बीमारी होने का खतरा ना के बराबर हो जाएगा।
  5. योग के कुल चार प्रकार हैं: ज्ञान योग, भक्ति योग, कर्म योग, क्रिया योग।
  6. योग एक थेरेपी है इसके माध्यम से आप अनेकों प्रकार के शारीरिक और मानसिक जैसे विकारों से बचे रहेंगे।
  7. योग शरीर, मन और आत्मा में संतुलन बनाने के लिए शरीर के सभी अंगों को एक साथ लाने का अभ्यास है।
  8. पीएम नरेंद्र मोदी के प्रयास के द्वारा ही 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस विश्व में मनाया जाता है।
  9. पहले योगियों द्वारा उनका ध्यान करने का अभ्यास किया जाता था।
  10. यह एक तरह का व्यायाम है जो नियमित अभ्यास से मानसिक और शारीरिक अनुशासन सीखने में मदद करता है।

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उम्मीद करता हूं दोस्तों की “योगा के महत्व पर निबंध ( Yoga essay in hindi )” से सम्बंधित हमारी यह पोस्ट आपको काफी पसंद आई होगी। इस पोस्ट में हमनें योगा से सम्बंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियां देने का प्रयास किया है। आशा है आपको पूर्ण जानकारी मिल पाई होगी।

अगर आप यह पोस्ट आपको अच्छा लगा तो आप अपने दोस्तों के साथ इसे शेयर कर सकते हैं। अगर आपके मन मे कोई सवाल है तो आप हमें कमेंट के माध्यम से बता सकते हैं हम आपसे जल्द ही संपर्क करेंगे। अपना कीमती समय देने के लिए आपका बहुत – बहुत धन्यवाद।

FAQ About yoga in hindi

Q: योगा के पिता कौन है?

Ans: ऐसा कहा जाता है कि योग के पिता भगवान महादेव हैं।

Q: योग के कितने अंग है?

Ans: योग के तीन अंग है आसन, प्राणायाम और ध्यान।

Q: पहला योग दिवस कब मनाया गया?

Ans: पहला योग दिवस 27 सितंबर 2014 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान पर पूरे विश्व भर में मनाया गया।

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