भारतीय स्वतंत्रता दिवस ( Independence Day ) हर साल 15 अगस्त को मनाया जाता है। 15 अगस्त 1947 के दिन भारत को अंग्रेजों के शासन से आजादी मिली थी। और यही कारण है कि 15 अगस्त का दिन हर भारतीय के लिए बेहद खास है।
“आजादी” यह एक ऐसा शब्द है जो प्रत्येक भारतवासी की रगों में खून बनकर दौड़ता है। स्वतंत्रता हर मनुष्य का जन्मसिद्ध अधिकार है। तुलसीदास जी ने कहा है ‘पराधीन सपनेहुं सुखनाहीं’ अर्थात् पराधीनता में तो स्वप्न्न में भी सुख नहीं है।
पराधीनता तो किसी के लिए भी अभिशाप है। जब हमारा देश गुलाम था उस समय विश्व में हमारी किसी प्रकार की कोई इज्जत नहीं थी। न हमारा राष्ट्रीय ध्वज था, न हमारा कोई संविधान था।
आज हम पूर्ण स्वतंत्र हैं तथा पूरे विश्व में भारत की एक अलग पहचान हैं। भारत का संविधान आज पूरे विश्व में एक मिसाल है। जिसमें समस्त देशवासियों को समानता का अधिकार प्राप्त है। हमारा राष्ट्रीय ध्वज भी प्रेम, भाईचारे व एकता का प्रतीक है।
भारत वर्ष के महान संविधान रचयिता डॉ. भीमराव आंबेडकर ने संविधान में विशेष रूप से भारत के प्रत्येक नागरिक को आजादी का अहसास कराया है, अथवा विशेष अधिकार दिए हैं। जब से हमारा भारत आजाद हुआ है तभी से आर्थिक व तकनीकी रूप से हमारा देश सम्पन्नता की ऊंचाइयों तक पहुंचा है।
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15 अगस्त 2020 को कौनसा स्वतंत्रता दिवस है? – Which Independence Day Is 2020
15 अगस्त 2020 भारतीय स्वतंत्रता दिवस ( Swatantrata Diwas ) शनिवार को पूरे भारत के लोगों द्वारा मनाया जायेगा। इस साल भारत अपना 74वाँ स्वतंत्रता दिवस ( Independence Day ) मनाएगा। 15 अगस्त 1947 को भारत में प्रथम स्वतंत्रता दिवस मनाया गया था।
15 अगस्त 1947 को क्या वार था? – 15 August 1947 Day Name
जिस दिन भारत को आजादी मिली यानी 15 August 1947 को उस दिन वार था शुक्रवार।
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15 अगस्त की तारीख ही भारत की आजादी के लिए क्यों चुनी गई? -Why 15 August Was Chosen As Independence Day
भारत की आजादी के दिन जवाहर लाल नेहरू ने ऐतिहासिक भाषण दिया था. जिसे हम ‘ट्रिस्ट विद डेस्टनी’ के नाम से भी जानते हैं। यह भाषण भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के द्वारा संसद में दिया गया पहला भाषण है। हर साल स्वतंत्रता दिवस ( Independence Day ) के अवसर पर भारतीय प्रधानमंत्री लाल किले पर झंडा फहराते हैं। लेकिन 15 अगस्त, 1947 को ऐसा नहीं हुआ था।
लोकसभा सचिवालय के एक शोध पत्र के मुताबिक नेहरू ने 16 अगस्त, 1947 को लाल किले पर झंडा फहराया था। भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा रेखा का निर्धारण भी 15 अगस्त 1947 को नहीं हुआ था। इसका फैसला 17 अगस्त को रेडक्लिफ लाइन की घोषणा से हुआ था।
ब्रिटिश हाउस ऑफ कॉमंस में “इंडियन इंडिपेंडेंस बिल” ( indian independence bill ) 4 जुलाई 1947 को पेश किया गया। इस बिल में भारत के बंटवारे और पाकिस्तान को अलग किए जाने का प्रस्ताव रखा गया था। यह बिल 18 जुलाई 1947 को स्वीकार किया गया और 14 अगस्त को भारत – पाकिस्तान बंटवारे के बाद 14-15 अगस्त की मध्यरात्रि को भारत की आजादी की घोषणा की गई थी।
भारत की आजादी के जश्न में महात्मा गांधी शामिल नहीं हुए थे। जब भारत को आजादी मिली थी तब महात्मा गांधी बंगाल के नोआखली में हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच हो रही सांप्रदायिक हिंसा को रोकने के लिए अनशन कर रहे थे।
कौनसे देश 15 अगस्त को ही स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं?
जानिए, भारत के अलावा वे कौन से ऐसे देश है जिनके लिए 15 अगस्त की तारीख बेहद खास है, क्योंकि इसी दिन इन देशों में भी स्वतंत्रता दिवस ( Independence Day ) मनाया जाता है।
15 अगस्त का दिन भारत के लिए तो ऐतिहासिक महत्व का दिन है ही, साथ ही कुछ और भी ऐसे देश हैं, जहां इस दिन यह जश्न मनाया जाता है, क्योंकि इसी दिन वे भी स्वतंत्र हुए थे और इन देशों में भी 15 अगस्त को ही स्वतंत्रता दिवस ( Independence Day ) मनाया जाता है। क्या आप नहीं जानना चाहेंगे कि भारत के अलावा वे कौन-कौन से ऐसे देश हैं, जो 15 अगस्त को ही अपना-अपना स्वतंत्रता दिवस ( Independence Day ) मनाते हैं? आइए हम आपको बताते हैं-
1. कॉन्गो
कॉन्गो 15 अगस्त 1960 को फ्रांस से आजाद हुआ।
2. बहरीन
बहरीन 15 अगस्त 1971 को यूनाइटेड किंगडम से आजाद हुआ।
3. साउथ कोरिया
साउथ कोरिया 15 अगस्त 1945 को जापान से सुबह के वक्त आजाद हुआ।
4. नॉर्थ कोरिया
नॉर्थ कोरिया 15 अगस्त 1945 जापान से शाम के वक्त आजाद हुआ।
5. लिचेंस्टीन
यह दुनिया का छठा सबसे छोटा मुल्क है. 1866 में इसे जर्मनी के शासन से मुक्ति मिली थी. यह देश 15 अगस्त को अपना आजादी दिवस ( Independence Day ) मनाता है. इस दिन आम लोगों को रॉयल फैमिली से बातचीत करने का मौका मिलता है|
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15 अगस्त की कुछ खास बातें :-
1. भारत के स्वाधीनता आंदोलन का नेतृत्व महात्मा गांधी ने किया था। लेकिन जब देश को 15 अगस्त 1947 में आजादी मिली तो वे इसके जश्न में शामिल नहीं हुए थे।
2. महात्मा गांधी उस दिन दिल्ली से हजारों किलोमीटर दूर बंगाल के नोआखली में थे, जहां वे हिन्दुओं और मुस्लिमों के बीच हो रही सांप्रदायिक हिंसा को रोकने के लिए वे अनशन कर रहे थे।
3. जब तय हो गया कि भारत 15 अगस्त को आजाद होगा, तो जवाहरलाल नेहरू और सरदार वल्लभ भाई पटेल ने महात्मा गांधी को एक पत्र भेजा। इस पत्र में लिखा था, ’15 अगस्त हमारा पहला स्वाधीनता दिवस होगा। आप राष्ट्रपिता हैं, आप इसमें शामिल हों और अपना आशीर्वाद दें।’
4. गांधीजी ने इस पत्र का जवाब भिजवाया की, ‘जब कलकत्ता में हिन्दू-मुस्लिम एक-दूसरे की जान ले रहे हैं, ऐसे में मैं जश्न मनाने के लिए कैसे आ सकता हूं? मैं दंगा रोकने के लिए अपनी जान दे दूंगा।’
5. जवाहरलाल नेहरू ने स्वतंत्रता दिवस ( Independence Day ) पर ऐतिहासिक भाषण ‘ट्रिस्ट विद डेस्टनी’ 14 अगस्त की मध्यरात्रि को वायसराय लॉज (मौजूदा राष्ट्रपति भवन) से दिया था।
6. तब नेहरू प्रधानमंत्री नहीं बने थे। इस भाषण को पूरी दुनिया ने सुना, लेकिन गांधी उस दिन 9 बजे सोने चले गए थे।
7. 15 अगस्त 1947 को लॉर्ड माउंटबेटन ने अपने कार्यालय में काम किया। दोपहर में नेहरू ने उन्हें अपने मंत्रिमंडल की सूची सौंपी और बाद में इंडिया गेट के पास प्रिंसेज गार्डन में एक सभा को संबोधित किया।
8. हर स्वतंत्रता दिवस ( Independence Day ) पर भारतीय प्रधानमंत्री लाल किले से राष्ट्रीय झंडा फहराते हैं, लेकिन 15 अगस्त 1947 को ऐसा नहीं हुआ था। लोकसभा सचिवालय के एक शोध पत्र के मुताबिक नेहरू ने 16 अगस्त 1947 को लाल किले से झंडा फहराया था।
9. भारत के तत्कालीन वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन के प्रेस सचिव कैंपबेल जॉनसन के अनुसार मित्र देशों की सेनाओं के सामने जापान के आत्मसमर्पण की दूसरी वर्षगांठ 15 अगस्त को पड़ रही थी, इस कारण इसी दिन भारत को आजाद करने का फैसला किया गया था।
10. 15 अगस्त तक भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा रेखा का निर्धारण नहीं हुआ था। इसका फैसला 17 अगस्त को रेडक्लिफ लाइन की घोषणा से हुआ, जो कि भारत और पाकिस्तान की सीमाओं को निर्धारित करती थी।
11. भारत 15 अगस्त को आजाद जरूर हो गया लेकिन उस समय उसका अपना कोई राष्ट्रगान नहीं था, हालांकि रवीन्द्रनाथ टैगोर ‘जन-गण-मन’ 1911 में ही लिख चुके थे, लेकिन यह राष्ट्रगान 1950 में ही बन पाया।
12. 15 अगस्त 1519 को पनामा शहर बनाया गया।
13. 15 अगस्त 1772 को ईस्ट इंडिया कंपनी ने विभिन्न जिलों में अलग अलग सिविल और आपराधिक अदालतों के गठन का फैसला लिया था।
14. 15 अगस्त 1854 को ईस्ट इंडिया रेलवे ने कलकत्ता (वर्तमान में कोलकाता) से हुगली तक पहली यात्री ट्रेन चलाई थी हालांकि आधिकारिक तौर पर इसका संचालन 1855 में शुरू हो सका था।
15. 15 अगस्त 1872 को ब्रिटिश राज से भारत को आजादी दिलाने में शामिल रहने वाले महर्षि अरबिंदो घोष का जन्म हुआ था।
16. 15 अगस्त 1950 के दिन असम में भीषण भूकंप आया था जिसके कारण यहां करीब 1,500 से 3,000 लोगों की मौत भूकंप के कारण हो गई थी।
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