नमस्कार दोस्तों Top kro में आपका स्वागत है। आज की पोस्ट में हम बात करेंगे parishram ka mahatva essay in hindi के बारे में। आज के वक्त में अगर आपको अपने जीवन में सफल होना है तो आपको कठिन परिश्रम करना होगा I
तभी जाकर आप जीवन में एक सफल व्यक्ति बन पाएंगे I हमारे जीवन में परिश्रम का विशेष महत्व है अगर आप भी परिश्रम के महत्व के ऊपर निबंध लिखना चाहते हैं लेकिन आपको मालूम नहीं है की इस पर निबंध कैसे लिखें तो हम आपसे अनुरोध करेंगे कि आर्टिकल को पूरा पढ़ें।
इस पोस्ट में आपको परिश्रम के महत्व पर कई निबन्ध दिए गए है जैसे परिश्रम का महत्व निबंध 100 शब्दों में, परिश्रम का महत्व निबंध 300 शब्दों में, Parishram ka mahatva par nibandh 500 शब्दों में तथा परिश्रम का महत्व 10 लाइन इत्यादि।
परिश्रम का महत्व निबंध 100 शब्दों में – Parishram ka mahatva essay in hindi
जो व्यक्ति अपने जीवन में परिश्रम करता है वह कठिन से कठिन लक्ष्य को भी प्राप्त कर सकता है क्योंकि जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए आपको दिन-रात परिश्रम की आग में अपने आप को होगा तभी जाकर आप जीवन में सफलता प्राप्त कर पाएंगे I
ऐसा कहा जाता है कि जो व्यक्ति परिश्रम करता है भाग्य उसका भी साथ देता है क्योंकि भाग्य ऐसे लोगों का साथ नहीं देता है जो सोए रहते हैं और समझते हैं कि जीवन में सफल हो जाएंगे तो उनसे बड़ा मूर्ख कोई नहीं होगा I परिश्रम के तपोबल से व्यक्ति हिमालय की चोटियों सकता है और रेगिस्तान में भी पानी का स्रोत खोज सकता है I
परिश्रम के माध्यम से व्यक्ति अपने जीवन में मान सम्मान को कमा सकता है I परिश्रम करना ईश्वर की उपासना करने के समान है इसलिए हर एक व्यक्ति को अपने जीवन में परिश्रमी होना आवश्यक हैI
परिश्रम का महत्व पर निबंध 300 शब्दों में – Parishram ka mahatva nibandh
प्रस्तावना: पृथ्वी पर निवास करने वाला प्रत्येक प्राणी अपने जीवन में परिश्रम करता है उदाहरण के तौर पर चींटी अगर परिश्रम ना करें तो उसे भोजन की प्राप्ति नहीं होगी इसके अलावा जंगल में रहने वाले जितने भी प्राणी भी भोजन प्राप्त करते हैं I उनके लिए भी उनको परिश्रम करना पड़ता है I
इस ब्रह्मांड में सूरज, चांद, समुन्द्र, नदिया, वनस्पति जितने भी चीज है वह सभी परिश्रम करते हैं तभी जाकर हमारा ब्रह्मांड अच्छी तरह से संचालित हो पाता है I परिश्रम के बिना कोई भी प्राणी इस पृथ्वी पर जीवित नहीं रह सकता है I इसलिए परिश्रम करते रहना प्रत्येक प्राणी का परम कर्तव्य है I
पृथ्वी सबसे समझदार प्राणी मनुष्य होता है और जो मनुष्य अपने जीवन में सदा परिश्रम करता है I उसे जीवन में यश, कृति, मान – सम्मान सभी चीजों की प्राप्ति होती है और वह जीवन में हमेशा एक ऊंचे पायदान पर खड़ा रहता है I
इसके अलावा जो व्यक्ति अपने जीवन में भाग्यवादी बनकर रहता है और परिश्रम से बचता है I उसका जीवन अंधकार में खो जाता है और वह जीवन में कभी भी सफल नहीं हो पाता है इसलिए मनुष्य के जीवन में परिश्रम का वैसा ही महत्व है जैसा अगर आप पानी ना पिए तो व्यक्ति का जीवित रहना संभव नहीं है I ठीक उसी प्रकार जो व्यक्ति अपने जीवन में परिश्रम ना करता हो उसका जीवन बेकार व्यर्थ हो जाता है I
इतिहास के पन्नों में ऐसे कई महापुरुष आपको मिल जाएंगे जिनमें अपने परिश्रम के द्वारा अपने आप को इतिहास के पन्नों में अंकित करवाया है और अगर उन्होंने परिश्रम ना किया होता तो आज उनका नाम सभी लोग आदर और सम्मान के साथ ना लेते I
परिश्रम करने से व्यक्ति मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत और सशक्त बनता है I इतिहास के पन्ने में आपको जितने भी बड़े लोग मिलेंगे उन सब ने अपने परिश्रम के माध्यम से देश और दुनिया में अपना एक अलग मुकाम बनाया था I परिश्रम करने वाला व्यक्ति हमेशा स्वस्थ रहता है I उसे किसी प्रकार की गंभीर बीमारी नहीं होती है इसके अलावा उसके मन का शुद्धिकरण भी परिश्रम के माध्यम से होता है I
परिश्रम का महत्व निबंध 500 शब्दों में – Essay on parishram ka mahatva
परिश्रम करना आवश्यक क्यों है?
इस ब्रह्मांड में रहने वाले प्रत्येक प्राणी को परिश्रम करना आवश्यक है क्योंकि बिना परिश्रम के आप अपने जीवन का कोई भी काम पूरा नहीं कर सकते हैं I उदाहरण के तौर पर अगर आपको खाना खाना है तो इसके लिए आपको खाना बनाना पड़ेगा और खाना बनाने में भी परिश्रम की जरूरत पड़ती है I इसलिए हमारे दैनिक जीवन से जुड़े हुए सभी कामों को पूरा करने में परिश्रम किया सकता है I
मनुष्य योनि में अगर आप ने जन्म लिया है और आप मनुष्य के जीवन को सार्थक देना चाहते हैं तो आपको अपने जीवन में परिश्रम करना चाहिए नहीं तो आपका मनुष्य जीवन बेकार और व्यर्थ माना जाएगा I सबसे बड़ी बात है कि जो व्यक्ति अपने जीवन में परिश्रम करता है सफलता उसके कदम चूमती है I
परिश्रम भाग्य से बड़ा कैसे हैं?
दुनिया में ऐसे कई व्यक्ति मिल जाएंगे जो भाग्यवादी होते हैं जिन्हें लगता है कि उनके भाग्य में लिखा ही नहीं है कि वह इस जीवन में सफल हो पाएंगे ऐसे लोग हमेशा भाग्य के भरोसे बैठे रहते हैं दूसरी तरफ से भी होते हैं जो अपने परिश्रम और समाज के द्वारा अपने भाग्य को भी पलटने की क्षमता रखते हैं ऐसे व्यक्ति भाग्यवादी नहीं होते हैं बल्कि कर्म वादी होते हैं अथवा कर्म पर विश्वास करते हैं कर्म वादी व्यक्ति हमेशा अपने परिश्रम के द्वारा जीवन के दुर्गम लक्ष्य को भी प्राप्त कर लेते हैं I
परिश्रम करने वाले व्यक्ति प्रतिकूल परिस्थितियों को अपने अनुकूल परिस्थिति में बदल सकता है I इस बात का सबसे बड़ा उदाहरण है कि हमारा देश 200 वर्षों तक अंग्रेजों का गुलाम रहा कई लोगों के मन में यह बात पूरी तरह से बैठ गई थी कि हमारे भाग्य में गुलामी की जिंदगी जीना ही लिखा है I
इसलिए उन्होंने परिश्रम करना ही छोड़ दिया था लेकिन जब लोगों को परिश्रम का महत्व और उसके शक्ति के बारे में मालूम चला तो सब ने मिलकर अंग्रेजो के खिलाफ बिगुल फूंक दिया और आखिर में अंग्रेजों को देश छोड़कर भागना ही पड़ा और हमारा देश आजाद हो गया
महापुरुषों के उदाहरण
इतिहास के पन्नों में ऐसे आपको अनेकों महापुरुष मिल जाएंगे जिन्होंने अपने परिश्रम के बल पर अपना व्यक्तित्व महानता और सम्मान के लायक बनाया I इसका सबसे बड़ा उदाहरण है- हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी जिन्होंने एक गरीब परिवार में जन्म दिया और उनका पालन पोषण काफी कठिनाइयों में हुआ I जिन्होंने अपने परिश्रम के बल पर देश के प्रधानमंत्री बने I
अगर आप उनके जीवन के बारे में पड़ेंगे तो आपको समझ में आएगा कि एक व्यक्ति किस प्रकार परिश्रम के तपोबल से अपने आपको इस लायक बना सकता है कि उसका जीवन लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन जाएगा और लोग उसके जीवन से प्रेरणा लेकर अपने जीवन के लक्ष्य को प्राप्त कर पाएंगे I
आसान शब्दों में हम कहे तो अगर किसी भी व्यक्ति को अपने जीवन में सफलता प्राप्त करना है तो उसका एकमात्र माध्यम परिश्रम इसके द्वारा ही वह जीवन के सभी लक्ष्य और उद्देश्यों को पूर्ति कर सकता है I
विद्यार्थी के जीवन में परिश्रम का महत्व
विद्यार्थी के जीवन में परिश्रम का सबसे ज्यादा महत्व है क्योंकि विधार्थी अगर अपने विधार्थी काल में परिश्रम नहीं करता है तो उसका भविष्य अंधकामय हो जाएगा I जो विधार्थी साल भर निरंतर परिश्रम के द्वारा अपना पाठ्यक्रम पूरा करता है I
ऐसे विधार्थी की परीक्षा में अव्वल आते हैं I ऐसे विद्यार्थी जीवन के हर मोड़ पर सफल होते हैं और जीवन में उनका जो भी लगता है उसे प्राप्त आसानी से कर लेते हैं इसके अलावा जो विद्यार्थी सालभर खेलकूद और बिना मतलब के कामों में उलझे रहते हैं और वह परीक्षा के समय पढ़ाई करते हैं तो ऐसे विद्यार्थी को सफलता प्राप्त नहीं होती है और वह जीवन में हमेशा असफल ही साबित होते हैं इसलिए विधार्थी को अपने जीवन में परिश्रम करना चाहिए ताकि उसका भविष्य बन सके I
उपसंहार
परिश्रम के द्वारा आप अपने जीवन में धन यश दोनों की प्राप्ति कर सकते हैं I जिस देश के व्यक्ति परिश्रमी होते हैं उस देश का विकास काफी तेजी के साथ होता है इसलिए विकास और उन्नति जैसे लक्ष्य को पूरा करने के लिए आपको परिश्रम की जरूरत पड़ेगी I
परिश्रम का महत्व 10 पंक्तियां – Parishram ka mahatva 10 line
- परिश्रम सफलता की कुंजी है I
- जो विद्यार्थी परिश्रम करते हैं वह हमेशा परीक्षा में अव्वल आते हैं I
- परिश्रम के द्वारा ही आप अपने जीवन में सफल हो पाएंगे I
- परिश्रम ना करने वाला व्यक्ति हमेशा जीवन में असफल होता है I
- भगवान उसी का साथ देता है जो परिश्रम करता है I
- परिश्रम करने वाला व्यक्ति चरित्रवान और स्वावलंबी होता है I
- परिश्रम ना करने वाला व्यक्ति कई प्रकार के गंभीर बीमारी से पीड़ित हो जाता है I
- परिश्रम के द्वारा आपका तन और मन दोनों स्वस्थ रहेगा I
- परिश्रम दो प्रकार के होते हैं मानसिक शारीरिक।
- परिश्रम के माध्यम से आप अपने जीवन के सभी लक्ष्य को प्राप्त कर पाएंगे I
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उम्मीद करता हूं दोस्तों की “परिश्रम के महत्व पर निबंध ( Parishram ka mahatva essay in hindi )” से सम्बंधित हमारी यह पोस्ट आपको काफी पसंद आई होगी। इस पोस्ट में हमनें परिश्रम से सम्बंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियां देने का प्रयास किया है। आशा है आपको पूर्ण जानकारी मिल पाई होगी।
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FAQ About Parishram Ka Mahatva In Hindi
Q: परिश्रम करने से क्या होता है?
Ans: परिश्रम करने से आपको जीवन में सफलता और मान-सम्मान की प्राप्ति होगी।
Q: विधार्थी अगर परिश्रम ना करे तो क्या होगा?
Ans: जो विद्यार्थी जीवन में परिश्रम करते हैं वह परीक्षा में सफल नहीं होते हैं इसके अलावा उनका जीवन भी अंधकार में खो जाता है।
Q: परिश्रम से कठिन कार्य को पूरा करना क्या संभव है?
Ans: परिश्रम के द्वारा आप कठिन काम को भी पूरा कर सकते हैं।
Q: परिश्रम मनुष्य के जीवन में क्या महत्व है?
Ans: परिश्रम का मनुष्य के जीवन में विशेष महत्व इसके माध्यम से जीवन के सभी लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है क्योंकि परिश्रम के द्वारा मनुष्य सफलता की ऊंचाई पर तो हो सकता है I