साक्षरता दिवस पर निबंध – Saksharta Diwas Essay In Hindi

दोस्तों स्वागत है आपका एक और बेहतरीन पोस्ट में। आज की पोस्ट में हम बात करेंगे अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस ( Saksharta Diwas ) के बारे में। जैसा कि आप लोग जानते हैं कि कोई भी देश बिना शिक्षित नागरिक के उन्नति नहीं कर सकता है क्योंकि देश में अगर अशिक्षा है तो देश के विकास में सबसे बड़ी बाधा है इसलिए प्रत्येक देश को अपने देश के नागरिकों को शिक्षित करना आवश्यक है।

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तभी जाकर देश तेजी के साथ उन्नति के पथ पर अग्रसर हो पाएगा। अगर आप भी अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर निबंध लिखना चाहते हैं लेकिन आपको समझ में नहीं आ रहा है कि आप किस प्रकार एक बेहतरीन निबंध इसके ऊपर लिखे तो हमारा आर्टिकल आपके लिए काफी मददगार साबित होगा इसलिए हम आपसे अनुरोध करेंगे कि आर्टिकल को आखिर तक पढ़े।

इस पोस्ट के माध्यम से हमने बताया है कि शिक्षा का क्या महत्व है, शिक्षा किस प्रकार हमारे लिए उपयोगी है, शिक्षा के क्या लाभ है, साक्षरता दिवस कब मनाया जाता है, साक्षरता दिवस मनाने की शुरुआत कब हुई? इत्यादि के बारे में जानकारी देने का प्रयास किया है। इस पोस्ट को हमने आसान भाषा मे लिखने का प्रयास किया है ताकि आपको सभी बातें आसानी से समझ आ सकें।

इस पोस्ट में आपको साक्षरता दिवस पर कई निबन्ध दिए गए है जैसे साक्षरता पर निबंध 100 शब्दों में, Saksharta Diwas in hindi essay in 300 words, Saksharta Diwas par nibandh 500 शब्दों में तथा साक्षरता दिवस पर 10 लाइन इत्यादि।

अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर निबंध 100 शब्दों में – Saksharta Diwas Par Nibandh

जैसा कि आप लोग जानते हैं कि हमारे जीवन में शिक्षा का विशेष महत्व है क्योंकि शिक्षा के द्वारा आप समाज में मान-सम्मान की प्राप्ति कर सकते हैं और शिक्षित व्यक्ति को इस बात की समझ होती है कि उसके लिए क्या अच्छा है और क्या खराब है I

सबसे बड़ी बात है कि दुनिया का कोई भी देश या समाज तब तक उन्नति नहीं कर सकता है जब तक वहां पर रहने वाले लोग से जितना हो कि कि शिक्षा के प्रकाश से ही समाज में जितनी प्रकार की बुराइयां है उसका खात्मा किया जा सकता है और शिक्षा ऐसी चीज है जिसके माध्यम से बड़ा से बड़ा संघर्ष और कठिनाई का सामना आसानी से कर सकते हैं I

इसलिए प्रत्येक नागरिक को शिक्षित होना आवश्यक है इसलिए देश और दुनिया में शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जाता है I

ताकि लोगों को शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूक किया जा सके I पूरे विश्व में 20% लोग अनपढ़ हैं और उनमें महिलाओं की संख्या सबसे ज्यादा है इसलिए महिलाओं को शिक्षित करना प्रत्येक देश और समाज का परम कर्तव्य शिक्षा के द्वारा आप केवल शिक्षित नहीं होते हैं बल्कि देश और समाज के विकास में आप एक महत्वपूर्ण भागीदार के तौर पर अपनी भूमिका अदा करते हैं।

अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के द्वारा लोगों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और इस योजना के माध्यम से युवा पीढ़ी को सबसे अधिक जागृत किया गया है क्योंकि युवा पीढ़ी किसी भी देश का भविष्य होते हैं और ऐसे में भारत में कई ऐसे राज्य हैं I जहां के बच्चे स्कूल जाने की उम्र में काम करते हैं I जिसका खामियाजा देश को भुगतना पड़ेगा और देश का भावी भविष्य खतरे में पड़ सकता है I

इसलिए सरकार को शिक्षा से जुड़े हुए और भी लोकप्रिय योजना का संचालन का चाहिए ताकि अधिक से अधिक गरीब बच्चे शिक्षा को ग्रहण कर सके I

अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर निबंध 300 शब्दों में – International Literacy Day Essay In Hindi

अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?

8 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जाता है और इस दिवस को मनाने के पीछे की वजह है कि देश और दुनिया में शिक्षा का प्रचार और प्रसार तेजी के साथ हो सके और लोगों को इस बात के लिए जागरूक किया जा सके कि शिक्षा का उनके जीवन में काफी महत्व शिक्षा के बिना मनुष्य का जीवन बेकार हैं।

इसलिए जो व्यक्ति अशिक्षित हैं उनको शिक्षित करना है अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस का मुख्य उद्देश्य है I पहली बार 1965 में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 14 नवंबर को मनाया गया था I उसके बाद से इस बात की घोषणा की गई कि 8 सितंबर को पूरे विश्व में अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जाएगा I

एक आंकड़ों के मुताबिक पूरे विश्व में 80 करोड़ ऐसे युवा और लोग हैं I जो अभी तक शिक्षित नहीं हुए हैं उनके जीवन में शिक्षा का अभाव है ऐसे में हम सभी को सामूहिक प्रयास करना होगा कि ऐसे लोगों को शिक्षित किया जा सके ताकि उनके जीवन में अज्ञानता अंधकार को दूर कर उन्हें भी समाज के मुख्यधारा में सम्मिलित किया जा सके I

अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस का क्या महत्व है?

अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस का विशेष महत्व है इसके द्वारा समाज में एक नई जागृति उत्पन्न की जा सकती है कि जो लोग किसी कारण से शिक्षा से वंचित रह गए हैं उनको शिक्षित किया जा सके इसलिए अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के दिन में भी प्रकार के कार्यक्रम और प्रोग्राम आयोजित करने चाहिए ताकि लोग उसमें सम्मिलित होकर समझ सके कि साक्षरता का जीवन में क्या महत्व है I

सबसे बड़ी बात है कि सरकार अपनी तरफ से दिन-रात कोशिश कर रही है कि देश के नागरिकों को शिक्षित किया जा सके लेकिन अगर आप देश के एक प्रभावशाली और काफी शिक्षित व्यक्ति हैं तो आपका भी कर्तव्य बनता है कि सरकार के इस मुहिम में भागीदार बनकर देश के अशिक्षित और वंचित लोगों को शिक्षित करें ताकि उनके जीवन में भी अनेकों और औषध उपलब्ध हो सके ताकि समाज के दूसरे लोगों की तरह उनका जीवन स्तर मजबूत और सशक्त बन सके I

भारत के लिए अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस का क्या महत्व है?

भारत दुनिया का दूसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है लेकिन इस देश में आज भी 20% लोग अशिक्षित हैं जिसके कारण भारत एक विकासशील देशों की कतार में आता है I अगर भारत को विकसित देश बनना है तो उसे अपने बचे हुए नागरिकों को शिक्षित करना होगा क्योंकि शिक्षा के अभाव में गरीबी जैसी समस्या उत्पन्न होती है और गरीबी के कारण देश तेजी के साथ विकसित नहीं हो पाता है।

इसलिए हमें देश में गरीबी और अशिक्षा दोनों को समाप्त करना होगा लेकिन सबसे पहले आपको अशिक्षा को समाप्त करना होगा अगर अशिक्षा समाप्त हो जाती है तो गरीबी भी समाप्त हो जाता है क्योंकि गरीबी समाप्त करने के लिए व्यक्ति को शिक्षित होना आवश्यक है तभी जाकर उसे रोजगार के अवसर मिल पाएंगे जिससे उनका जीवन मजबूत और सशक्त बन सके I

सबसे महत्वपूर्ण बात है कि भारत के कई ऐसे राज्य हैं जहां का शिक्षा का स्तर बहुत ही खराब है विशेष तौर पर बिहार यहां पर शिक्षा का स्तर दूसरे राज्यों के मुकाबले काफी कमजोर है भारत सरकार को ऐसे राज्यों पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है I

अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर निबंध 500 शब्दों में – Antarrashtriya Saksharta D Par Nibandh

देश के विकास के लिए नागरिकों का साक्षर होना आवश्यक है। दुनिया का कोई भी देश अगर उन्नति के रास्ते पर जाना चाहता है तो उसके लिए उसे अपने देश के नागरिकों को शिक्षित करना होगा तभी जाकर देश का विकास तेजी के साथ होगा क्योंकि जब किसी देश में नागरिक शिक्षित होते हैं तो उस देश में विकास की जो दर है वह काफी तेजी के साथ बढ़ती है क्योंकि उस देश में गरीबी के दर में तेजी के साथ कमी आती है।

इसलिए देश के विकास के लिए नागरिकों का शिक्षित होना आवश्यक है I इसका सबसे बड़ा उदाहरण है अमेरिका ब्रिटेन रूस जैसे देश है जहां पर शिक्षा का स्तर काफी ऊंचा है और वहां के नागरिक शिक्षित है इसीलिए यह देश आज के दिन में दुनिया के विकसित देशों में गिने जाते हैं I

इसलिए किसी भी देश को अगर उन्नति के रास्ते पर चलकर अपने लक्ष्य और उद्देश्यों को पूरा करना है तो उसे देश के अंदर अशिक्षा जैसी समस्या को समाप्त करना होगा I

भारत 100% साक्षर बन सकता है कैसे?

राष्ट्रीय साक्षरता दिवस था हमें सोचने पर मजबूर कर रहा है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है और यहां पर सभी प्रकार के सुख सुविधा उपलब्ध होने के बाद भी भारत आज भी तक 100% साक्षरता दर को हासिल नहीं कर पाया है जो हमारे लिए चिंता का विषय है I

इसलिए अगर भारत को पूरी तरह से साक्षर बनना है तो सरकार के द्वारा और भी अनेकों प्रकार की योजना का संचालन किया जाना चाहिए ऐसे सरकार लगातार भारत में शिक्षा के स्तर को ऊंचा और मजबूत कर रही है इसके लिए सरकार ने मिड डे मील योजना की शुरुआत की है जिसमें छोटे बच्चों को स्कूल में खाना दिया जाता है इसके अलावा कई और भी सरकारी योजना है जिस का संचालन सरकार कर रही है ताकि लोगों को अधिक से अधिक शिक्षित किया जा सके।

इसके बावजूद भी अभी तक भारत ने 100% साक्षरता की दर को हासिल नहीं किया है लेकिन हमें यकीन है कि भारत एक दिन अपने लक्ष्य को जरूर प्राप्त करेगा और लक्ष्य को प्राप्त करने में हमारी भूमिका भी अहम रहेगी केवल सरकार के भरोसे रहने से काम नहीं चलने वाला है बल्कि आपको भी प्रयास करना होगा क्योंकि देश आपका भी है इसलिए हम सब का कर्तव्य बनता है कि देश के इस लक्ष्य को हम सभी लोग मिलकर हासिल करें जाकर हमारा देश एक विकसित देश बन पाएगा सरकारी आंकडो पर विश्वास कर भी लिया जाए तो भारत में 75.3% पुरुष और 53.7% महिलायें ही साक्षर हैं |

शिक्षित युवा लोगों को साक्षर कर सकते हैं?

भारत में विश्वविद्यालय और कॉलेजों की संख्या काफी है ऐसे में एक सरकारी आंकड़ों के मुताबिक प्रति वर्ष 3300000 छात्र स्नातक की पढ़ाई पास करते हैं और उसके बाद नौकरी करने के लिए वह जिंदा संघर्ष करते हैं उनमें से अधिकांश छात्रों को तो नौकरी नहीं मिलती है और वापस गाड़ी के अंधकार में खो जाते हैं इसलिए अगर ऐसे छात्रों को सरकार अपने साथ जोड़ कर अशिक्षित व्यक्तियों को शिक्षित करने की जिम्मेदारी देती है तो यकीनन आप मान कर चलिए के देश में कुछ दिनों के अंदर अशिक्षा पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी और देश का प्रत्येक नागरिक शिक्षित हो जाएगा

अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर 10 लाइन – Saksharta Diwas Par 10 Line

  1. दुनिया में शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर साल अंतराष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जाता है।
  2. प्रतिवर्ष 8 सितंबर को विश्व के सभी देश अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाते हैं।
  3. 8 सितंबर 1967 से प्रतिवर्ष यूनेस्को की अपील पर साक्षरता दिवस मनाया जाता है।
  4. प्रतिवर्ष 7 सितंबर को शिक्षा क्षेत्र से संबंधित पुरस्कारों की घोषणा की जाती है।
  5. इस दिन पुस्तक मेले लगाए जाते हैं और कुछ संस्थाएं पुस्तक दान करती हैं।
  6. साक्षरता दिवस पर स्कूल-कालेजों में भी कई प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं
  7. जीवन में शिक्षा के महत्व को समझाने के लिए प्रतिवर्ष एक नए थीम पर साक्षरता दिवस मनाया जाता है।
  8. वर्ष 2022 में “ट्रांसफॉर्मिंग लिटरेसी लर्निंग स्पेस (Transforming Literacy Learning Spaces)” साक्षरता दिवस का थीम है।
  9. किसी भी देश के चतुर्मुखी विकास के लिए शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण स्तम्भ है।
  10. यूनेस्को के अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस कार्यक्रम का उद्देश्य साक्षरता के साथ सतत विकास को प्राप्त करना।

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उम्मीद करता हूं दोस्तों की “साक्षरता दिवस ( Saksharta Diwas in hindi )” से सम्बंधित हमारी यह पोस्ट आपको काफी पसंद आई होगी। इस पोस्ट में हमनें अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस से सम्बंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियां देने का प्रयास किया है। आशा है आपको पूर्ण जानकारी मिल पाई होगी।

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FAQ About Saksharta Diwas In Hindi

Q: अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस कब मनाया जाता है?

Ans: अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 8 सितंबर को पूरे विश्व में मनाया जाता है।

Q: अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस का प्रमुख उद्देश्य क्या है?

Ans: अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस का मुख्य उद्देश्य दुनिया में शिक्षा का प्रचार और प्रसार तेजी के साथ और ऐसे देश जहां पर शिक्षा का स्तर बहुत ही कम है वहां पर विश्व स्तर पर लोगों के द्वारा विशेष प्रकार के अभियान चलाने की जरूरत है ताकि ऐसे देशों में शिक्षा का स्तर को ऊंचा किया जा सके।

Q: भारत के लिए अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस का क्या महत्त्व है?

Ans: भारत जैसे विशाल जनसंख्या वाले देश के लिए अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस का विशेष महत्त्व है कि कि भारत को अगर एक विकसित राष्ट्र बनना है तो उसे अपने नागरिकों को शिक्षित करना होगा क्योंकि आज भी भारत में अशिक्षा जो दर है वह काफी अधिक है इसलिए भारत सरकार को और भी तेजी के साथ इस क्षेत्र में काम करना होगा ताकि अशिक्षा के दर को कम किया जा सके और भारत एक विकसित राष्ट्र बन सके।

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